‘मेरी कहानी’ आगे पढ़नी स्थगित की थी। साथ ही मोबाइल रिकॉर्डिंग ऑफ कर दी थी। ‘मेरी कहानी’ आगे पढ़नी स्थगित की थी। साथ ही मोबाइल रिकॉर्डिंग ऑफ कर दी थी।
शरद जोशी की पावन स्मृति को शत-शत नमन और मेरी श्रद्धांजलि। शरद जोशी की पावन स्मृति को शत-शत नमन और मेरी श्रद्धांजलि।
अब कुछ भी होता रहे उसके लिए तो व्यर्थ ही है। अब कुछ भी होता रहे उसके लिए तो व्यर्थ ही है।
काश, वह अपनी मां मानवता की ओर समय से ही लौट जाता। किंतु अब देर हो चुकी थी......बहुत देर। काश, वह अपनी मां मानवता की ओर समय से ही लौट जाता। किंतु अब देर हो चुकी थी......ब...
पढ़ने आया था शहर, बस पढूंगा,बाकी" फने खान "नहीं बनना अब। पढ़ने आया था शहर, बस पढूंगा,बाकी" फने खान "नहीं बनना अब।
पंद्रह दिन का मेहनताना लिया और गांव लौट आई।कम खा लेगी लेकिन मानव गिद्धों से दूर रहेगी। पंद्रह दिन का मेहनताना लिया और गांव लौट आई।कम खा लेगी लेकिन मानव गिद्धों से दूर ...